Inspirational Story in Hindi
एक सुबह, जब वह लड़का तक़रीबन 2 साल का था, पति (लड़के के पिता) ने देखा कि एक दवाई की बोतल खुली हुई है. उसे काम पर जाने के लिए देरी हो रही थी इसलिए उसने अपनी पत्नी से उस बोतल को ढक्कन लगाने और अलमारी में रखने को कहा. लड़के की मम्मी रसोईघर में काम करने में तल्लिन थी, वो ये बात पूरी तरह से भूल गयी थी.
लड़के ने खेलने के क्रम में उस बोतल को देखा और खेलने के इरादे से उस बोतल की ओर गया, बोतल के कलर ने उसे मोह लिया था इसलिए उसने उसमे रखी पूरी दवाई पि ली. उस दवाई की एक छोटी सी मात्रा भी बच्चे के लिए जहरीली हो सकती थी.
जब वह लड़का निचे गिरा, तब उसकी मम्मी उसे जल्द से जल्द दवाखाने ले गयी जहा उसकी मौत हो गयी. उसकी मम्मी पूरी तरह से हैरान हो गयी थी, वह भयभीत हो गयी थी, कि कैसे वो अब अपने पति का सामना करेंगी?
जब लड़के के परेशान पिता दवाखाने में आये तो उन्होंने अपने बेटे को मृत पाया और अपनी पत्नी और देखते हुए सिर्फ चार शब्द कहे.
आपको क्या लगता है कोनसे होंगे वो चार शब्द?
पति ने सिर्फ इतना ही कहा- “ I Love You Darling”.
उसके पति का अनअपेक्षित व्यवहार आश्चर्यचकित करने वाला था. उसका लड़का मर चूका था. वो उसे कभी वापिस नहीं ला सकते थे. और वो उसकी पत्नी में भी कोई कसूर नहीं ढूंड सकता था. इसके अलावा, अगर वो ही उस बोतल को बंद कर के सही जगह रख देता तो आज ये घटना नहीं होती.
वो किसी पर भी आरोप नहीं लगा सकता था. उसकी पत्नी ने भी अपना एकलौता बेटा खो दिया था. उस समय उसे सिर्फ अपने पति से सहानुभूति और दिलासा चाहिये थी. और यही उसके पति ने उस समय उसे दिया. और सबसे बड़ी बात अब उस चीज के बारे में सोचने या गुस्सा होने से क्या फायदा जिसे हम पा ही नहीं सकते. हमें अपनी जिन्दगी के आगे के बारे में सोचना चाहिए न कि जो बीत गया उसके बारे में.
कभी-कभी हम इसी में समय व्यर्थ कर देते है की परिस्थिती के लिए कौन जिम्मेदार है या कौन आरोपी है, ये सब हमारे आपसी रिश्तो में होता है, जहा जॉब करते है वहां या जिन लोगो को हम जानते है उन सभी के साथ होता है, और परिस्थिती के आवेश में आकर हम अपने रिश्तो को भूल जाते है और एक दुसरे का सहारा बनने के बजाये एक दुसरे पर आरोप लगाते है.
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