14 November 2015

अभी दूर तक जाना है- Motivational Hindi Story !

Inspirational Story in Hindi

नमस्कार दोस्तों,

मैं प्रकाश एक बार फिर से उपस्थित हूँ जीवन के एक बहुत बड़ी सिख लेकर. हम किसी परिस्थिति के सापेक्ष कैसा Behave करते हैं ये बहुत मायने रखता है. इसी से सम्बंधित एक बहुत हीं Motivational Hindi Story बताने जा रहा हूँ. आशा है आप इसे पसंद करेंगे.

एक Couple (युगल) की शादी को बहुत दिन हो चुके थे पर उनका कोई अपना संतान नहीं था. फिर भी वे एक दुसरे को बहुत प्यार करते थे. ईश्वर की कृपा से 11 साल बाद उनको एक लड़का प्राप्त हुआ. वे दोनों उसे बहुत चाहते थे. वो लड़का उस युगल की आँखों का तारा था.

एक सुबह, जब वह लड़का तक़रीबन 2 साल का था, पति (लड़के के पिता) ने देखा कि एक दवाई की बोतल खुली हुई है. उसे काम पर जाने के लिए देरी हो रही थी इसलिए उसने अपनी पत्नी से उस बोतल को ढक्कन लगाने और अलमारी में रखने को कहा. लड़के की मम्मी रसोईघर में काम करने में तल्लिन थी, वो ये बात पूरी तरह से भूल गयी थी.

लड़के ने खेलने के क्रम में उस बोतल को देखा और खेलने के इरादे से उस बोतल की ओर गया, बोतल के कलर ने उसे मोह लिया था इसलिए उसने उसमे रखी पूरी दवाई पि ली. उस दवाई की एक छोटी सी मात्रा भी बच्चे के लिए जहरीली हो सकती थी.

जब वह लड़का निचे गिरा, तब उसकी मम्मी उसे जल्द से जल्द दवाखाने ले गयी जहा उसकी मौत हो गयी. उसकी मम्मी पूरी तरह से हैरान हो गयी थी, वह भयभीत हो गयी थी, कि कैसे वो अब अपने पति का सामना करेंगी?

जब लड़के के परेशान पिता दवाखाने में आये तो उन्होंने अपने बेटे को मृत पाया और अपनी पत्नी और देखते हुए सिर्फ चार शब्द कहे.

आपको क्या लगता है कोनसे होंगे वो चार शब्द?

पति ने सिर्फ इतना ही कहा- “ I Love You Darling”.

उसके पति का अनअपेक्षित व्यवहार आश्चर्यचकित करने वाला था. उसका लड़का मर चूका था. वो उसे कभी वापिस नहीं ला सकते थे. और वो उसकी पत्नी में भी कोई कसूर नहीं ढूंड सकता था. इसके अलावा, अगर वो ही उस बोतल को बंद कर के सही जगह रख देता तो आज ये घटना नहीं होती.

वो किसी पर भी आरोप नहीं लगा सकता था. उसकी पत्नी ने भी अपना एकलौता बेटा खो दिया था. उस समय उसे सिर्फ अपने पति से सहानुभूति और दिलासा चाहिये थी. और यही उसके पति ने उस समय उसे दिया. और सबसे बड़ी बात अब उस चीज के बारे में सोचने या गुस्सा होने से क्या फायदा जिसे हम पा ही नहीं सकते. हमें अपनी जिन्दगी के आगे के बारे में सोचना चाहिए न कि जो बीत गया उसके बारे में.

कभी-कभी हम इसी में समय व्यर्थ कर देते है की परिस्थिती के लिए कौन जिम्मेदार है या कौन आरोपी है, ये सब हमारे आपसी रिश्तो में होता है, जहा जॉब करते है वहां या जिन लोगो को हम जानते है उन सभी के साथ होता है, और परिस्थिती के आवेश में आकर हम अपने रिश्तो को भूल जाते है और एक दुसरे का सहारा बनने के बजाये एक दुसरे पर आरोप लगाते है. 


कुछ भी हो जाये, हम उस व्यक्ति को कभी भी नहीं भूल सकते जिसे हम प्रेम करते है, इसीलिए जीवन में जो आसान है उसे प्रेम करो. आपके पास अभी जो है उसे जमा करो. और अपनी तकलीफों को विचार कर-कर के बढ़ाने के बजाये उन्हें भूल जाओ. उन सभी चीजो का सामना करो जो आपको अभी मुश्किल लगती है या जिनसे आपको डर लगता है सामना करने के बाद आप देखोंगे के वो चीजे उतनी मुश्किल नहीं है जितना की आप पहले सोच रहे थे. हमें परिस्थिती को समझकर ही लोगो के साथ व्यवहार करना चाहिये, और लोगो कठिन परिस्थितियों में उनका हमदर्द बनना चाहिये.

आशा है आपको ये Motivational Hindi Story पसंद आई होगी. अगर हाँ ? तो इसे अपने दोस्तों के साथ Facebook या Twitter पर Share करना न भूलें. 

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