आशा है आप सभी अपने जीवन का आनंद उठा रहे होंगे. "एक जिन्दगी एक मौका" जी हाँ हम सभी के पास एक ही जिन्दगी होती है, और एक ही मौका होता है जिसमे हम खुश रह सकते हैं, और लोगो को खुश रख सकते हैं. हमारे पास भगवान् का दिया हुआ एक अतुल्य जीवन है, इस जीवन का उपयोग हमे हमेशा दुसरे की भलाई बन सके, इसके लिए उपयोग करना चाहिए. हम उस युग में जी रहे हैं जहाँ आसानी से चन्द्रमा पर जाया जा सकता है पर किसी पडोसी के यहाँ जाना काफी मुश्किल हो गया है.
...................................अपने बेटे, बहू से दूर घर में अकेले बैठे दादा ने अपने नवजन्मे पोते की फोन पर रोते हुए पहली बार आवाज सुनी. बेटे ने यह भी बताया कि अभी नाम के बारे में सोचा नहीं है. बेटे ने कहा, पिताजी कुछ बोलिए ना अपने पोते को. इस बात पर दादा ने पोते के नाम एक खत में अपने भावों में इस तरह लिखा-
प्यारे मुन्ना,
संभावनाएं असीम हैं. तुम कुछ भी बन सकते हो. कुछ भी कर सकते हो. इस दुनिया तक को बदल सकते हो. याद रखना कि ना करके पछताने से कहीं बेहतर है करके पछताना. और कुछ भी नहीं मिला तो तजुर्बा मिलेगा. यह तजुर्बा बहुत कीमती होता है. हर चीज का तजुर्बा करना. पर किसी भी चीज की आदत न डालना. तजुर्बे तुम्हें सही और गलत में फर्क करना सिखाएंगे. गलतियां करने से बचाएंगे. पर गलतियां करने से डरना मत. गलतियां वही करते हैं जो कुछ करते हैं. अपनी गलतियों की जिम्मेदारी लेना. उन्हें सुधारना. दूसरों की गलतियों को माफ करना. उन्हें उसे सुधारने का मौका देना. कोई जानकर गलती नहीं करता. बुरा बर्ताव भी नहीं करता. किसकी जिंदगी में क्या चल रहा है, यह कोई नहीं जानता. इसलिए सबको वही मौके देना, जो खुद को दोगे. सबसे उतनी ही नरमी बरतना, जितनी खुद से बरतोगे. सबकी इज्जत करना. सब पर भरोसा करना. इस दुनिया में प्यार की बहुत कमी है बेटा. सबको इसकी बहुत जरूरत है. तुम्हें भी होगी. मांगने में हिचकिचाना नहीं. दिखाने में झिझकना नहीं. दुनिया बहुत छोटी है, शर्म के लिए संकोच के लिए. आए ना आए,जी खोलकर नाचना. गला फाड़कर गाना. मन भरके खाना. खुलकर हंसना. और जोर से रोना. जैसे तुम अभी रो रहे थे फोन पर. बस शरीर से ही बड़े होना, मन से नहीं. जिस दिन अंदर से यह बचपना गया. यह मासूमियत गयी, उस दिन यह समझना कि यह जिंदगी गयी. भविष्य के बारे में सोचना, पर चिंता मत करना. बीते दिन को याद करना, पर खो मत जाना.
जिंदगी में कुछ अच्छे दिन आएंगे, कुछ बुरे. अच्छे दिनों में घमंड मत करना और बुरे दिन में हताश मत होना. सफलता का सारा श्रेय खुद को न देना. और असफलता का जिम्मा दूसरों पर मत डालना. बेटा, बस आगे बढ़ते रहना. खुशियां बांटना. मगर यह याद रखना, तुम्हें यहां एक ही काम से भेजा है कि तुम इस दुनिया को और भी खूबसूरत और प्यारा बना सको.
ढेरों आशीर्वाद के साथ तुम्हारा दादा !
............ये जिन्दगी आपकी है और इसे जीने का Rules भी आपका ही होना चाहिए,,,,,,,,,,,, कोई चीज न कर के पछताने से अच्छा है उसे कर के पछताना.