जीना है तो हँसना है - Motivational Post in Hindi !
नमस्कार दोस्तों, एक बार फिर से आप सभी का हमारे ब्लॉग JeevanDarpan.com पर स्वागत है :)
जीवन में हंसी एक बहुत ही बड़ा महत्त्व है. हँसना न सिर्फ हमें खुश रखता है बल्कि हमे स्वस्थ और तंदुरुस्त भी रखता है. हँसना एक कला है जिसे सभी को सीखना चाहिए. हम अपनी इस busy life में हँसना और दोस्तों के साथ समय बिताना लगभग भूल ही गए है.
हँसना एक कला है और इसे सभी को आना चाहिए
आज अगर कोई खुश या आनंदित होने की कोशिश करता है, तो उसकी ओर हर किसी की आँखे इस प्रकार देखती है, जैसें वह कोई बड़ा गुनाह करने जा रहा हो.
दरअसल, हमने ख़ुशी को अजायबघर की चीज मान लिया है. इस लिए उसे हमेशा हैरानी की नजरो से देखने की आदत हो गई है, जीवन का इस तरह से देखने का जो नजरिया बना है,वह अधिकांश लोगो पर हावी हो गया है.
सफलता की ख़ुशी, साहस से कुछ हासिल करने की ख़ुशी, परोपकार करने की ख़ुशी और सबके प्रति विनम्रता से जो ख़ुशी मिलती हैं इन सब खुशियों को हम भूल गए हैं.
कोई दुसरा हमारे पति बुराई करे या निंदा करे, उद्वेगजनक बात कहे तो उसको सहज करने और उसे उत्तर न देने से बैर आगे नहीं बढ़ता. अपने ही मन में कह लेना चाहिए कि इसका सबसे अच्छा उत्तर है मौन. जो अपने कर्तव्य कार्य में जुटा रहता है और दुसरो के अवगुणों की खोज में नहीं रहता उसे आतंरिक प्रसन्नता रहती है.
जीवन में उतर-चढाव आते ही रहते हैं. . . . . . . . . . . . . . . . .हँसते रहिये, मुस्कुराते रहिये.
ऐसा मुख किस काम का जो हँसे नही मुस्कुराए नहीं. . . . . . . . :)
हँसते रहिये..............एक दिन जिन्दगी आपको रुलाते रुलाते परेशान हो जाएगी.विद्वानों ने कहा है " जो व्यक्ति आनंदित और तनावमुक्त रहेगा, वह उतनी ही जल्दी मनचाही चीजो को प्राप्त कर लेगा, बात बात में हताश-निराश होने बाले लोग जीवन में बहुत पीछे छूटते चले जाते हैं,"
वैज्ञानिक कहते हैं कि आनंद के समय में आपकी जीवन-उर्जा काम केंद्र से ऊपर मस्तिक की ओर प्रवाहित होने लगती है, निराशा के समय वह मूलाधार की ओर जाने लगती है, यानि जो कुछ शक्ति आपकी, वह विसर्जित होकर शारीर से बाहर चली जाती है.
आनंदीत जीवन जीने के लिए जरुरी है की लोग बिना शर्त के आनंदित जीवन जीने का अभ्यास करें, जिसने भी शर्त लगाई हैं बह शर्तो के चंगुल में फंसकर रह गया है,
खुश रहना हमारी आदत में शामिल होना चाहिए था, जबकि उसकी जगह हताशा-निराशा आकर बैठ गई है, खुश रहना संदेह का कारण बनता जा रहा है, इस नजरिये में बदलाब की जरुरत है,
दोस्तों प्रकृति भी हमें संदेश देती है- बारिश के बाद खिली धूप, खिला हुआ फूल, लहलहाते हरे भरे पेङ अपनी खुशी का एहसास दिलाते हैं। उनकी इसी खुशी को देख कर हम सब का मन भी खुश होता है, उसी तरह जब हम सब खुश एवं स्वस्थ रहेंगे तो अपने आसपास का वातावरण भी खुशनुमा बना सकते हैं। कहते हैं—“Health is above wealth”.
सोचिये अगर जरा सी मुस्कान से फोटो अच्छी आ सकती है तो खुलकर हँसने से जिंदगी की तस्वीर कितनी खूबसूरत हो सकती है। मित्रों जब स्वास्थ और सामाजिक क्षेत्र में हँसी के अनगिनत फायदें हैं, तो हँसना तो लाजमी है।
अगर आपको हमारा ये लेख पसन्द आया तो " हंसियेगा जरुर ".
Thanks ! Keep Smiling