नमस्कार दोस्तों,
आज पेश है आपके मनोरंजन और ज्ञान के लिए फिल्मो में दिखायी गई छोटी छोटी गलतियाँ जिसे शायद आप अनजान हैं.
अगर आप नियमित और गंभीरता से मूवी रिव्यू पढ़ते हैं तो
फिल्म क्रिटिक्स की एक बात आपने जरूर नोटिस की होगी. वे अक्सर कहते हैं कि 'फिल्म दिल से
देखना चाहते हैं तो दिमाग घर पर छोड़कर आएं'.
हालांकि कई बार फिल्ममेकर खुद ही ऐसी गलतियां
करते हैं मानों फिल्म बनाने में उन्होंने दिल तो लगाया पर दिमाग नहीं. खासकर
बॉलीवुड फिल्में तो कई बार रियलिटी से अलग ही नजर आती हैं। मसलन फिल्म के एक सीन
में हीरो को गोली लगती है लेकिन अगले ही सीन में उसके शरीर पर कोई घाव नजर नहीं
आता.
कई फिल्में हैं,
जिनमें फिल्ममेकर्स की चूक साफ नजर आती है. आइए नजर डालते हैं ऐसी ही कुछ
फिल्मों पर...
3 इडियट्स मूवी में एक सीन है, जिसमें राजू
रस्तोगी (शरमन जोशी) अस्पताल में भर्ती हैं और आमिर खानएयरटेल
डेटा कार्ड यूज करके फरहान (माधवन) से वीडियो चैट करते हैं. यह मूवी 2009
में बनी है और फिल्म की स्क्रिप्ट के मुताबिक यह सीन 10
साल पहले यानी 1999 का है. दिलचस्प बात यह है कि 1999
में एयरटेल का डेटा कार्ड आता ही नहीं था
संजय लीला भंसाली की इस फिल्म में
इटली के रूप में हंगरी की राजधानी बुडापेस्ट को दिखाया गया है. दरअसल,
फिल्म के लास्ट सीक्वेंस में ऐश्वर्या, सलमान और अजय को
जिस ब्रिज पर दिखाया गया है वह बुडापेस्ट में डेन्यूब नदी पर बना चेन्यी ब्रिज है,
जो निश्चित रूप से इटली में तो नहीं है.
- दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे
फिल्म के लास्ट सीन में सिमरन (काजोल) ट्रेन पकड़ने के लिए राज (शाहरुख) की
तरफ भागती है, जबकि ट्रेन का गेट उसके पास ही होता है. काजोल
अाखिर इतनी मेहनत क्यों करती हैं समझ से परे है.
फिल्म के एक सीन में शाहरुख खान अपना पूरा सफर स्लीपर कोच में करते हैं लेकिन जब वो मीनम्मा के गांव में
स्टेशन पर उतरते हैं तो वह स्लीपर नहीं बल्कि जनरल कोच होता है.
इस मूवी में 1950 का दौर दिखाया गया है,
लेकिन मिल्खा सिंह कॉम्पिटीशन के लिए पाकिस्तान जाते समय 2012
मॉडल रॉयल इनफील्ड का इस्तेमाल करते हैं। है न दिलचस्प!
फिल्म में शाहरुख खान 25 साल की उम्र के
बाद इंडियन आर्मी ज्वाइन करते हैं, जबकि आर्मी
ज्वाइन करने की अधिकतम उम्र 25 साल है.
फिल्म कभी खुशी कभी गम में अमिताभ बच्चन नोकिया कम्युनिकेटर फोन
इस्तेमाल करते हैं, जो कि 1996-1998 में आया था. 2001
में आई इस फिल्म का यह सीन 1991 के दौर को दिखाता
है. अब सवाल यह है कि जब यह फोन 1991 में लांच ही नहीं
हुआ तो फिर अमिताभ उसे यूज कैसे कर रहे हैं.
2004 मे आई फिल्म दीवार के एक सीन में अमिताभ बच्चन को करीब 33 साल से पाकिस्तान
की जेल में बंद दिखाया गया है. लेकिन इसी फिल्म में उनके बेटे अक्षय खन्ना को 28
साल का बताया गया है.
- दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे (स्टेशन मुंबई का दिखाया पंजाब में)
फिल्म का क्लाइमेक्स जहां फिल्माया गया है उस स्टेशन का नाम 'आप्टा'
है. फिल्म के लास्ट सीन में इस स्टेशन का नाम साफ नजर आता है. यह स्टेशन
मुंबई के पास है, लेकिन फिल्म के मुताबिक यह सीन मुंबई से करीब 1700
किलोमीटर दूर पंजाब का है.
जया बच्चन पूरी फिल्म में लालटेन जलाती रहती हैं, क्योंकि गाँव में बिजली नहीं है.
तो भाई ये बताओ कि वीरू जिस टंकी पर चढ़कर मरने गया था उसमें बिना बिजली के पानी क्या ठाकुर चढ़ाता था?
काजोल पब्लिक टॉयलेट इस्तेमाल करने के लिए रेल गाड़ी से एक स्टेशन पर उतरती है और उसकी गाड़ी छूट जाती है.
बेचारी को शायद पता नहीं होगा कि रेल गाड़ी के हर डिब्बे में चार टॉयलेट होते हैं.
फिल्म में शाहरुख दक्षिण भारतीय बने हैं, लेकिन जब उनकी मौत होती है तो उन्हें ईसाई परंपरा के अनुसार दफनाया जाता है, लेकिन बाद में हम देखते हैं कि उनकी अस्थियां पानी में बहाई जा रही हैं.
इस प्रकार वो सेक्युलर बन जाते हैं और सभी को खुश कर देते हैं.
तीन लोग एक साथ एक ही महिला के लिए रक्तदान कर रहे हैं.
अरे भई विज्ञान भावनाओं से बढ़कर थोड़े ही हैं.
यह फिल्म 18वीं सदी की कहानी है और उस वक्त एक ओवर में 8 गेंद हुआ करती थीं. लेकिन फिल्म में एक ओवर में 6 गेंदें दिखाई गई हैं.
शायद 8 गेंद में फिल्म और भी लंबी हो जाती.
अमिताभ बच्चन और हेमा मालिनी होली के तुरंत बाद 6 महीनों के लिए अलग हो जाते हैं. यानि मार्च से लेकर सितंबर तक के लिए. लेकिन इन्हीं 6 महीनों में वे 'वेलेंटाइन-डे' मना लेते हैं, जो कि फरवरी में आता है और 'करवाचौथ' मनाते हैं, जो अक्सर अक्टूबर में पड़ता है.
क्या करें टाइम कम था भावनायें ज्यादा.
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